tag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post1748786382712660729..comments2023-10-03T19:02:00.108+05:30Comments on चर्चा पान की दुकान पर: सुन्दर टैम्प्लैट वाला पान ठेला और जर्दे वाली मीठी पत्तीब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-81367220393170112022009-12-30T00:23:56.868+05:302009-12-30T00:23:56.868+05:30हलवई कस हाल मोर होगे हवे,पोस्ट ला मिही ठेले हंव पढ...हलवई कस हाल मोर होगे हवे,पोस्ट ला मिही ठेले हंव पढे घला हंव फ़ेर टिपियाए नई हंव, हलवई हां मिठाई ला टुकुर-टुकुर बैठ के देखत रहिथे फ़ेर खाए नई सकय्। माछी मन तक मजा मार डारथे। अब का बताबे संगी, टिप्पणी के जगा मा एक ठीक पोस्ट हो जाही। बधई होय, पान ठेला मा अतेक गियान के चर्चा कौउनो मेर नई होवत हो ही। बधइब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-66291973774705310302009-12-30T00:07:03.572+05:302009-12-30T00:07:03.572+05:30संजीव तिवारी जी आप का लेख पढते पढते हम पान खाना ही...संजीव तिवारी जी आप का लेख पढते पढते हम पान खाना ही भुल गये, यानि आप का लेख बहुत सुंदर लगा.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-16730937385451362332009-12-29T19:36:15.909+05:302009-12-29T19:36:15.909+05:30वाह् क्या बात है संजीव, तुम लिखते कभी-कभी हो और हर...वाह् क्या बात है संजीव, तुम लिखते कभी-कभी हो और हर बार कमाल कर देते हो. बहुत ही बढ़िया जानकारी दी है तुमने और मेरा हमेशा से मानना है अच्छी रचना वही है जो अनुदघाटित को उदघाटित करे.<br /> ऐसी रचनाओं से तुम लोगों की उम्मीद बढ़ा रहे हो याद रखना.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10509112011485678782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-7587993964966155302009-12-29T18:16:06.420+05:302009-12-29T18:16:06.420+05:30बहुत सुन्दर भाव वाह वाह गजब के सस्मरण है . ... अब ...बहुत सुन्दर भाव वाह वाह गजब के सस्मरण है . ... अब हमको पान भी पगुराना पड़ेगा ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-43737462914356888112009-12-29T16:19:09.197+05:302009-12-29T16:19:09.197+05:30क्या इत्तेफाक है! हम ये टिप्पणी भी पान खाते हुए ही...क्या इत्तेफाक है! हम ये टिप्पणी भी पान खाते हुए ही कर रहे हैं :)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-89302513173376207642009-12-29T10:20:20.838+05:302009-12-29T10:20:20.838+05:30बहुत दिनों के बाद आए, रोचक तरीके से नई जानकारियाँ ...बहुत दिनों के बाद आए, रोचक तरीके से नई जानकारियाँ लाए।<br />बधाई।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-49585476771439030832009-12-29T10:12:17.101+05:302009-12-29T10:12:17.101+05:30"मित्र नया-नया कम्यूटर व इंटरनेट प्रयोग्ता बन...<b>"मित्र नया-नया कम्यूटर व इंटरनेट प्रयोग्ता बना है, बार-बार बातें ब्लाग तक ले आता था और अपनी बातों पर हमारी टिप्पणी भी चाहता था।"</b><br /><br />नया मुल्ला ज्यादा बांग देता है!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-15314903582352679672009-12-29T10:04:50.859+05:302009-12-29T10:04:50.859+05:30मीना कुमारी पर यह आलेख अच्छा लगा.... आपने इतना सुं...मीना कुमारी पर यह आलेख अच्छा लगा.... आपने इतना सुंदर लिखा है कि बाँध कर रखा अंत तक....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-22814656295137383252009-12-29T08:18:23.909+05:302009-12-29T08:18:23.909+05:30टःएला =ठेलाटःएला =ठेलाUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1800578818916214815.post-33759180857660640472009-12-29T08:18:06.387+05:302009-12-29T08:18:06.387+05:30पान का टःएला है दमदार.. :)
यह अत्यंत हर्ष का विष...पान का टःएला है दमदार.. :)<br /><br /><br />यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।<br /><br /><b>हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.</b><br /> <br />मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.<br /><br /><b>नववर्ष में संकल्प लें</b> कि आप नए लोगों को जोड़ेंगे एवं पुरानों को प्रोत्साहित करेंगे - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।<br /><br />निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।<br /><br /><b>वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ</b> और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।<br /><br />आपका साधुवाद!!<br /><br />नववर्ष की अनेक शुभकामनाएँ!<br /><br /><b>समीर लाल</b><br />उड़न तश्तरीUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com