शनिवार, 24 जुलाई 2010

नक्सल हिंसा,लोकतंत्र एवं मीडिया पर राष्ट्रीय परिचर्चा कल रायपुर में

साधना न्युज चैनल की स्थापना के दो वर्ष पूर्ण होने पर नक्सल हिंसा, लोकतंत्र एवं मीडिया विषय पर एक राष्ट्रीय परिचर्चा का आयोजन कल 25/07/2010 को न्यु सर्किट हाऊस के सभागार रायपुर में किया जा रहा है। इस आयोजन में प्रशासनिक बौद्धिक एवं मीडिया जगत की मुर्धन्य हस्तियां रायपुर पधार रही हैं। जिनमें नक्सली हिंसा पर गंभीर चर्चा होगी। इस अवसर पर प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रानिक मीडिया के लोग भी उपस्थित रहेगें।

इस राष्ट्रीय परिचर्चा के मुख्य वक्ता प्रथम महिला भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी किरण बेदी, प्रख्यात समाजसेवी स्वामी अग्निवेश, प्रभात खबर के सम्पादक श्री हरिवंश, वरिष्ठ सम्पादक अरविंद मोहन, आई आई एम सी के प्राध्यापक आनंद प्रधान ,इंडिया टुडे के रिपोर्टर रहे वरिष्ठ सम्पादक एन के सिंग, वरिष्ठ सम्पादक आशुतोष, नक्सल मामलों के विशेषज्ञ प्रकाश सिंह, वरिष्ठ सम्पादक रमेश नैयर, 36 गढविधान सभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे, प्रदेश के गृह मंत्री ननकी राम कंवर, लोकनिर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेन्द्र कर्मा हैं।

ज्ञात हो विगत दशकों से 36 गढ नक्सली हिंसा से जूझ रहा है। शायद ही किसी दिन वारदात की खबर न आए। इस हिंसा में आम नागरिक एवं सुरक्षा बलों के लोग मारे जा रहे हैं। वातावरण में बारुद की गंध एवं आम नागरिक के दिलों में दहशत का आलम है इन परिस्थितियों में यह राष्ट्रीय परिचर्चा महत्वपूर्ण हो जाती है। इसे कल साधना चैनल पर लाईव प्रसारित किया जाएगा। परिचर्चा तीन सत्रों में होगी, इसका संचालन बिगुल ब्लाग के माडरेटर राजकुमार सोनी करेंगे। इस अवसर पर  ललित शर्मा भी उपस्थित रहेंगे।

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शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

पंकज मिश्रा बाप बने !!!!!!!!!!

पंकज मिश्रा (चर्चा हिन्दी चिट्ठों की) के कंधों पर अब एक नई जिम्मेदारी आ गयी है। जब जिम्मेदारी आ ही गयी है तो निर्वहन भी करना ही है। यह जिम्मेदारी कुछ ऐसी है जिसे हंसते-हंसते उठाना पड़ता है। जिसे हंसते-हंसते उठाना पड़ता है। बस इसी चक्र में यह दुनिया भी चल रही है। कल उन्होने हमें एक खुशखबरी बताई, जिससे हम बहुत प्रसन्न हुए और सोचा की इस खुशी में आप सबको भी शामिल करलें। 

उनके घर से टेलीग्राम आया है कि वे 18 जून को पिता बन गए, उन्हे अश्विनी नामक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। इन्होने हमे बिना मिठाई  खिलाए नामकरण भी कर लि्या। हमने सोचा चलिए कोई बात नहीं मिठाई तो आती ही होगी। पहले यह खबर ब्लाग जगत के मित्रों तक पहुंचा ही दें। आइए इस खुशी के मौके पर सब शरीक होते हैं।

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